इनसे कैसे पाऐं पार? पैने दाँत लिऐ भूखे शिकारी अधिकार छीनने को तैयार कहते -2 विवश होकर रो पड़ा - एक ... इनसे कैसे पाऐं पार? पैने दाँत लिऐ भूखे शिकारी अधिकार छीनने को तैयार कहते -2 विव...
मैं मजदूर हूं, गर्व से कहता हूं, मैं मजदूर! हूं , मैं मजदूर हूं। मैं मजदूर हूं, गर्व से कहता हूं, मैं मजदूर! हूं , मैं मजदूर हूं।
पटरी ने ही उसे बहुत दूर कर दिया मजदूर था वो साहब ! मजदूर था। पटरी ने ही उसे बहुत दूर कर दिया मजदूर था वो साहब ! मजदूर था।
हर हालत में टिकने वाले जो शूर है हा वो मजदूर है। हर हालत में टिकने वाले जो शूर है हा वो मजदूर है।
अपनी छत से दूर होकर भी दूसरों को छत देते हैं ये मजदूर। अपनी छत से दूर होकर भी दूसरों को छत देते हैं ये मजदूर।
इन्हें भी तो अपना बचपन जीने दो ... इन्हें भी तो अपना बचपन जीने दो ...